मारे हिरदे गुरां जी रो डेरो


मारे हिरदे गुरां जी रो डेरो, भाई! हमझ हमझ रो फेरो।।टेर।।

जले ना आग में गले ना पाणी नाही पवन उड़ाय।
ऐसो आसण सतगुरु धरियो सातवी गुफा में हेरो।।1।।

बन्द करे तो बन्द ना होवे खुल जावे आपो आप।
सतगुरु ऐसा निरबन्धन है रंग लगायो गेरो।।2।।

चन्दा सूर्या पाछे उनके पाछे है नवलख तारा।
धरती अम्बर पाछे उनके सुन्न शिखर में हे हेरो।।3।।

सतगुरु करना समंद सरिखा बालक नदियां नीर।
पाणी में पाणी मिल गया है अटल स्वाद हे खारो।।4।।